"मेरु पहाड़ कुमों गढ़वाल "गीत /स्वर : कमल खण्डूड़ी, हमारे गढ़वiल कुमाऊं की नंदा देवी डोली , संस्कृति , रीती रिवाज , मेले , लोक नृत्य ,पलायन , प्राकृतिक आपदा , और पहाड़ो की अपनों की याद दिलाती इस चित्रगीत का जरुर अवलोकन करें !