मानव यह भावनाप्रधान प्राणि है l मानव की भावनाओं का अध्ययन करके उसके द्वारा व्यक्ति या समूह का रुझान सांवेगिक बुद्धिमत्ता के आधार से जानने का विज्ञान आज कल विकसित हो रहा है l भावनाओं में बहकर किसी भी घटना के प्रति रिअॅक्ट न करते हुए परिस्थिति को रिस्पाँड करने के लिए मानव को सांवेगिक बुद्धिमत्ता का उपयोग करना चाहिए l सांवेगिक बुद्धिमत्ता के बारे में परम पूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापु ने अपने दि. ०८ मई २०१४ के हिंदी के प्रवचन में महत्त्वपूर्ण विवेचन किया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं l <br /> <br />Samirsinh Dattopadhye blog - http://www.aniruddhafriend-samirsinh.com <br />Watch live events - http://www.aniruddha.tv <br /> <br />More information about Aniruddha Bapu - http://www.aniruddhabapu.in http://www.aniruddhafoundation.com http://www.aniruddhasadm.com <br />--------------------------------------------------------------------------------------------------