मानव के जीवन में रामरूपी कर्म और कर्मफलरूपी सीता के के बीच में सेतु बनाते हैं महाप्राण हनुमानजी! रावणरूपी भय मानव के कर्म से कर्मफल को दूर करता है। रामभक्ति करके मानव को चाहिए कि वह हनुमानजी को अपने जीवन में सक्रिय होने दें। हनुमानजी के भयभंजक सामर्थ्य के बारे में परम पूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने १८ सितंबर २०१४ के हिंदी प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं l <br /> <br />Samirsinh Dattopadhye blog - http://www.aniruddhafriend-samirsinh.com <br />Watch live events - http://www.aniruddha.tv <br /> <br />More information about Aniruddha Bapu - http://www.aniruddhabapu.in http://www.aniruddhafoundation.com http://www.aniruddhasadm.com <br />--------------------------------------------------------------------------------------------------