इस बार कान्हा के जन्मोत्सव की गूंज दूसरे कारण से भी है। जिस योगमाया रूपी कन्या ने श्रीकृष्ण के लिए बलिदान दिया, उसी नारी शक्ति को जब अजन्मे की सालगिरह समर्पित की गई तो अमेरिका सहित देश के तमाम देशों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की है।