कुछ सौ या हजार नहीं, डेढ़ लाख का तोता। तोते का दाम सुनकर चौंक जाएंगे आप। जी हां पटना में मिल रहा है यह डेढ़ लाख का तोता। तोता भी ऐसा वैसा नहीं, इंसानों के साथ रहने वाला। उसकी भाषा बोलने वाला। रंग झक सफ़ेद। आम तोते से काफी बड़ा। लंबी चोंच। खाने में फलों का शौक़ीन है। सेव, केले का तो दीवाना है। चना और हरी मिर्च तो है ही। इसलिए बोलने में इसका जवाब नहीं। दुकान के मालिक बताते हैं कि यह ककतुआ तोता है। खास प्रजाति का है। इसकी डिमांड बहुत अधिक है। पटना शहर में भी इसके खरीदार हैं। अभी उसके पास एक जोड़ी तोता है और बिकने को तैयार है।
