13 अगस्त की वह डरावनी शाम, नेपाल से बंगाल की खाड़ी तक सफर करने वाली परमान नदी इसबार अपनी सीमाओं को तोड़कर लाखों आबादी पर कहर बनकर टूटी। पूर्णिया से ग्राउंड रिपोर्ट।