जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रमजान और अमरनाथ यात्रा के दौरान घाटी में एकतरफा सीजफायर की अपील को केंद्र सरकार ने सशर्त मंजूरी तो दे दी लेकिन क्या ये फैसला घाटी में आंतक के खात्में की तरफ बढाए गए सेना के कदमों के लिए आत्मघाती तो साबित नहीं होगा। आज की हमारी स्पेशल रिपोर्ट में हम इसी सवाल को समझने की कोशिस करने जा रहे है।