प्रश्नकाल में दो मुद्दे हैं आज । पहला मुद्दा है वामपंथ के सिर अस्थि कलश । दूसरा मुद्दा है आधे हिन्दुस्तान में 'जल प्रलय' पहले मुद्दे में आप देखेंगे कि वो पार्टी, वो विचारधारा जो आज तक पूजा-पाठ, अनुष्ठान सबका विरोध करती थी । उसके सबसे बड़े नेता के सिर पर अस्थि कलश वाली तस्वीर वायरल हो रही है । दरअसल ये बोनालू उत्सव की तस्वीर है जिसे आंध्र प्रदेश में सेलिब्रेट किया जाता है । जिसमें देवी की पूजा होती है । सवाल पूजा पर नहीं बल्कि पूजने वाले पर है । लेफ्ट पार्टियों पर है । उनकी डोलती विचारधारा पर है । जिसमें कभी वो कलश उठाते दिख रहे हैं । कभी अपने गढ़ में वो रामायण माह मनाने के लिए निकले हैं । जिसे केरल में सालों से फेस्टिवल की तरह मनाया जाता है। पहले देखिए कि कैसे सिर पर अस्थि कलश और हाथ में रामायण लिए लेफ्ट अब लोगों तक पहुंचने को तैयार है ।ऐसा क्यों है.उसे समझने की कोशिश कीजिए ।