श्रीनगर में ईद के दिन उन्हीं सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके गए. इतना ही नहीं श्रीनगर की सड़कों पर पाकिस्तान और ISIS के झंडे आपने देखा कि कैसे पत्थरबाज घाटी में अमन के दुश्मन बने बैठे हैं. कैसे सुरक्षाबलों संयम से काम लेते हुए शांति बहाल रखते हैं. CRPF के जवानों ने ईद के मौके पर अपने खून से मदद की ऐसी इबारत लिखी है जो आतंकियों के मुंह पर तमाचा है और पत्थरबाजों के लिए एक बड़ा सबक. आखिर कैसे CRPF जम्मू कश्मीर की जनता और पत्थरबाजों के लिए मुसीबत की घड़ी में बन जाती है मददगार. रिपोर्ट देखिए खून ना हिन्दू का होता है ना मुसलमान का. हिन्दुस्तान के सुरक्षाबलों की रगों में सिर्फ और सिर्फ इंसानियत का लहू बसता है. लेकिन दूसरी ओर इस लहू को बहाने की साजिश करते हैं वो पत्थरबाज जो पाकिस्तानी षड़यंत्र के मोहरे हैं. ऐसी ही पत्थरबाजी की घटना जम्मू कश्मीर के रामबन में हुई. पत्थर बाज. पत्थर बरसाते रहे लेकिन हाथों में हथियार लिए सुरक्षाबल खामोश थे. क्योंकि वो जानते थे. पत्थर का जवाब गोली नहीं है. रिपोर्ट देखिए. और सुरक्षाबलों के सब्र संयम और साहस को समझिए<br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia