ईद है। ईद यानी खुशियां, प्यार और भाईचारे का त्यौहार, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ईद के दिन ये सब कुछ गायब है। प्यार की जगह नफरत के पत्थर चल रहे हैं, खुशियों की जगह मातम है। भाईचारे की जगह खून-खराबा है.सरकार ने रमजान के महीने में पत्थरबाजों और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन रोक दिया था, लेकिन आतंकी हरकतें और पत्थरबाजी नहीं रुकी। आज ईद की नमाज के ठीक बाद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पत्थरबाजों ने सुरक्षाबलों के जवानों को निशाना बनाया। अनंतनाग के साथ-साथ सोपोर, पुलवामा, शोपियां और कुपवाड़ा में भी पत्थरबाजी हुई..। अनंतनाग में पत्थरबाजी के दौरान ही ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ, जिसमें एक युवक की मौत हो गई.कश्मीर में ईद के दिन अगर नफरत की पत्थरबाज़ी होती रही, तो दूसरी ओर कश्मीर के ही एक गांव में ईद की खुशियों पर मातम बहुत भारी पड़ा। पुंछ जिले में शहीद औरंगजेब का आज जनाजा उठा, तो पूरा गांव रो पड़ा। गांव के किसी आदमी ने ईद नहीं मनाई। राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब को 14 जून को जैश और हिज्बुल के चार आतंकियों ने अगवा करके मार डाला था..। शहीद होने से पहले औरंगजेब ने आतंकियों का दिलेरी से सामना किया और अब उसके पिता पूछ रहे हैं कि पाकिस्तान और उसके पालतू आतंकियों से बदला कब लिया जाएगा.<br />ईद के दिन अगर कश्मीर में पत्थरबाज़ी और मातम का काला साया पसरा हुआ है, तो दूसरी ओर बॉर्डर पर नापाक गोलाबारी भी हुई..। आज दिन का उजाला फैलने से पहले ही इंटरनेशनल बॉर्डर पर अरनिया सेक्टर और लाइन ऑफ कंट्रोल पर नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी शुरू हुई। नौशेरा में पाकिस्तानी गोलाबारी में भारतीय सेना के 21 साल के जवान बिकास गुरुंग शहीद हो गए. कश्मीर में केंद्र सरकार के एकतरफा सीजफायर का आज आखिरी दिन है। अब चारों ओर से आवाज उठ रही है कि आतंक के खिलाफ आर-पार का एक्शन फौरन शुरू किया जाए.<br /><br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia