जब किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक न हो समझा जाता है कि जातक पितृदोष से युक्त है|<br />ज्योतिष में सूर्य को पिता का कारक व मंगल को रक्त का कारक माना गया है। अतः जब जन्मकुंडली में सूर्य या मंगल, पाप प्रभाव में होते हैं तो पितृदोष का निर्माण होता है।<br />यदि समय रहते, इस दोष का निवारण करने के लिए उपाय कर लिए जाए तो पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है। <br />पितृ पक्ष में कुछ आसान से उपाय करने पर पितृ दोष से जल्दी मुक्ति मिलती है|<br /><br /><br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia<br /><br /><br /><br />पितृ दोष के लक्षण<br />पितृ दोष के कारण <br />पितृ दोष के निवारण<br />पितृ दोष के उपाय<br />पितृ दोष के ज्योतिष उपाय<br />पितृ पक्ष में पितृ दोष के उपाय <br />पितृ दोष से जल्दी मुक्ति के उपाय <br />पितृ पक्ष में उपाय <br />पितृ पक्ष में पितृ दोष के निवारण के उपाय