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नवरात्री में दुर्गाअष्टमी के दिन कन्या पूजन और लांगुर पूजा का महत्व व सही विधि विधान

2019-03-01 3 Dailymotion

नवरात्री में दुर्गाअष्टमी के दिन कन्या पूजन और लंगूर पूजा का महत्व व सही विधि विधान | अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दिन कुंवारी कन्यायों को भोजन कराने और सामर्थ्यानुसार दान दक्षिणा देने से मां भगवती अत्‍यंत प्रसन्‍न होती हैं और अपने भक्‍तों को धन धान्‍य और सुख शांति का आर्शिवाद प्रदान करती हैं। इन कन्‍याओं की सर्वोत्‍म संख्‍या नौ होती है और साथ ही 2 बालकों भी गणेश और भैरव के रूप में शामिल करना उत्‍तम होता है। इन की आयु 1 से 9 वर्ष के भीतर होनी चाहिए। <br /><br /> #LangoorPooja #KanyaPooja #Navratri #SharadNavratri <br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia<br /><br /><br />नवरात्री <br />दुर्गाअष्टमी पूजन <br />कन्या पूजन विधि विधान <br />लांगुर पूजा का महत्व<br />लांगुर पूजा विधि विधान <br />कन्या पूजन का महत्व<br />दुर्गाअष्टमी के दिन कन्या पूजन का महूर्त <br />लांगुर पूजन का महूर्त <br />लांगुर पूजन विधि <br />लांगुर पूजन कैसे करें <br />कन्या पूजा कैसे करें <br />लांगुर पूजा कब करें <br />गणेश और भैरव पूजा विधि

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