अब आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाते हैं जो विकास के दावों की पोल खोलती है....छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के एक गांव में बच्चे रोज मौत का सामना कर पढ़ने स्कूल जाते हैं.....डौंडी लोहारा इलाके के राहटा गांव के बच्चों को प्राइमरी के बाद अगर आगे पढ़ना होता है तो वो इसी तरह से जुगाड़ की नाव बनाकर आगे बढ़ते हैं....जिस नदी के ये बच्चे पार कर रहे हैं वो खरखरा जलाशय है....खरखरा जलाशय राहटा गांव और अरजपुरी के बीच पड़ता है....मड़ियाकट्टा एक प्राइमरी स्कूल है और अरजपुरी में हायर सेकंडरी स्कूल....प्राइमरी की पढ़ाई के बाद बच्चों को इसी तरह से ये खरखरा जलाशय पार करना होता है...जिस टीन की नाव से बच्चे जलाशय को पार कर रहे हैं उसे गांव वाले ही बनाते हैं....लोकल भाषा में इसे मल्खी कहते हैं...राहटा गांव की आबादी करीब 130 लोगों की है...यहां के लोग बताते हैं कि बच्चे ही नहीं किसी भी अगर दूसरे गांव जाना है तो यही एक मात्र रास्ता है<br /><br /><br /><br /><br />For More Information visit us: http://www.inkhabar.com/<br />Connect with us on Social platform at https://www.facebook.com/Inkhabar<br />Connect with us on Social platform at<br />https://twitter.com/Inkhabar<br />Subscribe to our YouTube channel: https://www.youtube.com/user/itvnewsindia