hasanuram ambedkari will contest elections for 87th<br /><br /> आगरा। अगर दिल में कोई ऐसी बात लग जाए तो आदमी क्या नहीं कर सकता। इसका एक जीता जागता उदाहरण आगर के खेरागढ़ निवासी अंबेडकरी हसनुराम से अच्छा कोई नहीं हो सकता। बसपा के एक नेता की बात इन्हें इतनी बुरी लगी कि उन्होंने चुनाव लड़कर अपनी पहचान बनाने की ठान ली। तब से वे वार्ड मेंबरी से लेकर राष्ट्रपति पद के चुनाव में 86 बार पर्चा भर चुके हैं। इस बार भी लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने पर्चा खरीदा है। यह उनका 87वां चुनाव होगा, जिसके लिए वे नामांकन दाखिल करेंगे। हसुनराम कोई अमीर व्यक्ति नहीं बल्कि मनरेगा मजदूर हैं।<br /><br /><br />