<p>चुनाव प्रचार में बदजुबानी के चलते योगी आदित्यनाथ, मयावती, आजम खान, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर चुनाव आयोग प्रतिबंध लगा चुका है। आपको बता दें नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी पर आचार संहिता तोड़ने के चलते एफआईआर हो चुकी है। 30 अप्रैल 2014 को मोदी ने गुजरात के एक पोलिंग बूथ पर वोट डालकर बाहर निकल कर कमल के फूल के साथ सेल्फी खिंचवाई थी। इसके अलावा राहुल ने 2017 में गुजरात के इलेक्शन के दौरान पोलिंग डे से ठीक पहले टीवी पर इंटरव्यू दिया था। दोनों ही नेताओं पर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। <br /> <br /><br /> <br />क्या होता है आचार संहिता उल्लंघन पर इलेक्शन कमीशन एक्शन ?<br /> <br /><br /> <br />- मध्यप्रदेश के अपर मुख्य चुनाव अधिकारी अरुण तोमर के अनुसार आचार संहिता के उल्लंघन पर आयोग खुद से भी कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्ति पर प्रतिबंध लगा सकता है। <br /> <br />- हालांकि आचार संहिता के उल्लंघन पर सीधे तौर पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती है। लेकिन उस अपराध से संबंधित कानूनी धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जा सकती है। जैसे- भड़काऊ भाषण और बेड स्पीच के लिए under section 123(3A)के तहत प्रतिबंध लगाया जा सकता है।<br /> <br />- ये प्रतिबंध किस तरह का होगा और कितने समय के लिए होगा, चुनाव आयोग तय करता है </p> <br /> <br /><p> </p>