प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति से मिलकर उनसे 16वीं लोक सभा भंग करने सिफ़ारिश की. शाम क़रीब साढ़े पाँच बजे प्रधानमंत्री की गाड़ियों का क़ाफ़िला साउथ ब्लॉक से राष्ट्रपति भवन की तरफ़ पहुँचा और पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफ़ा राष्ट्रपति को सौंप दिया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले मंत्रिमंडल की आख़िरी बैठक हुई. साउथ ब्लॉक में हुई इस बैठक में आख़िरी बार सारे मंत्री एक साथ बैठे. शाम होते ही केंद्र सरकार के तमाम मंत्रियों की गाड़ियाँ बारी बारी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुँचने लगी. इनमें रविशंकर प्रसाद, रामविलास पासवान, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज और उमा भारती समेत तमाम मंत्री शामिल रहे. बैठक के बाद जब मंत्री बाहर निकले तब भी उनके चेहरे पर जीत की ख़ुशी साफ़ देखी गई. बाहर आते ही मंत्रियों ने मीडिया के कैमरों की तरफ़ देख कर हाथ हिलाया. नए कैबिनेट के गठन से पहले पुराने मंत्रीमंडल को भंग किये जाने का प्रस्ताव बैठक में पारित हुआ.