<p>स्विट्जरलैंड सरकार ने विदेशी बैंकों में कालाधन रखने वाले 50 भारतीयों के नाम का खुलासा किया है। इनमें से ज्यादातर कोलकाता, मुंबई, गुजरात और बेंगलुरु से हैं। सवाल ये है कि अगर स्विस बैंक खाताधारकों की गाेपनीयता के लिए जाने जाते हैं तो वो नाम क्यों उजागर कर रहे हैं।<br /> <br />2014 से मोदी सरकार ने कालेधन के खिलाफ कड़े कदम उठाए थे। भारत-स्विट्जरलैंड के बीच एक समझौता हुआ, जिसमें कहा गया कि जो खाते संदेह के घेरे में होंगे, स्विस सरकार उसकी जानकारी भारत को देगी। आइए जानते हैं कि स्विस बैंक आखिर क्या होते हैं, ये कैसे काम करते हैं, इनमें खाता कैसे खोला जाता है और भारतीयों की ये पहली पसंद क्यों हैं?</p>