1950 में जब भारत गणतंत्र बना तब वंदे मातरम् पर राष्ट्रगान बनने की मुहर लगनी थी लेकिन जन-गण-मन को इस रेस में जीत हासिल हुई <br />वंदे मातरम् 'आनंदमठ' उपन्यास का हिस्सा था,जिसे बंकिमचंद्र चटर्जी ने 1875 में लिखा था और रबींद्रनाथ टैगोर ने इस गीत को सबसे पहले गाया था.<br />1930 में वंदे मातरम् को लेकर मुसि्लम नेताओं ने कुछ हिस्सों पर आपत्ति जताई<br /> थी जिसके बाद जनवरी 1950 में जन-गण-मन को राष्ट्रगान चुन लिया गया.