ताशकंद का नाम आते ही कई लोगों को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की याद आ जाती है। इसी शहर में शास्त्री ने अंतिम सांस ली थी। वे समझौते पर हस्ताक्षर करने गए थे और उसके कुछ घंटों बाद 11 जनवरी 1966 को उनकी मृत्यु हो गई थी। मृत्यु ने कई सवाल खड़े किए थे, जिनके ठोस जवाब आज तक नहीं मिले हैं। इन सवालों को फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' में उठा कर जनता के सामने रखने की कोशिश की गई है। <br />#TheTashkentFilesMovie #Tashkent #LalBahadurShastri<br />Visit our Website : http://hindi.webdunia.com/<br />Like us on Facebook : https://www.facebook.com/webduniahindi/<br />Follow us on Twitter : https://twitter.com/webduniahindi<br />Follow us on Instagram : https://www.instagram.com/webduniahindi/