<p>इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक लड़की नजर आ रही है, जिसका चेहरा आधा ढंका हुआ है और वह रोते हुए मुस्लिमों पर अत्याचार होने की बात कह रही है। (थोड़ा सा लड़की का फुटेज पूरा नहीं, आपत्तिजनक न हो)<br /> <br />इस वीडियो को जज़ाकल्लाह मीडिया नाम के यूट्यूब चैनल पर 13 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था। <br /> <br />जब दैनिक भास्कर मोबाइल ऐप ने इसकी पड़ताल की तो दूसरी कहानी सामने आई। <br /> <br />- पता चला कि इस युवती का फुटेज यूट्यूब पर 3 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था। वीडियो टाइटल था 'नाइस सॉन्ग'। इसमें महिला की आवाज की जगह एक बंगाली गाना सुना जा सकता है। <br /> <br />- जज़ाकल्लाह मीडिया नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड होने के 10 दिन पहले ही यह यूट्यूब पर अपलोड कर दिया गया था। <br /> <br />- इस वीडियो के बॉटम राइट कॉर्नर पर ‘Likee ID’ भी देखा जा सकता है, जो एक वीडियो शेयरिंग मोबाइल एप्लीकेशन है। <br /> <br />- जब हमने ऐप पर ये नंबर आईडी सर्च किया तो हम पाखी नाम के यूजर की आईडी पर पहुंच गए, जो फरीदपुर, बांग्लादेश की है।<br /> <br />- इससे पता चलता है कि बंगाली सॉन्ग वाले वीडियो को एडिट करके इसमें महिला की आवाज डाल दी गई थी और इसके जरिए सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है।</p>