वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />८ दिसंबर २०१७<br />अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा<br /><br />प्रसंग:<br />भर्तृहरि ऐसा क्यों कहते है कि वासनाओं का यदि स्वेच्छा से त्याग किया जाए, तो त्यागी अनंत आंनद में स्तिथ हो जाता है?<br />स्वेच्छा मतलब क्या?<br />स्वेच्छा से त्याग का क्या अर्थ होता है?<br />क्या स्वेच्छा से त्याग संभव है?<br />तामसिक व्यक्ति का पहचान क्या है?<br />तामसिक व्यक्ति कैसा होता है?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते