वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर<br />२४ दिसंबर २०१६<br />शिवपुरी, उत्तराखंड<br /><br />प्रसंग:<br />क्या ग्रंथों का अध्यन ज़रूरी है?<br />ग्रन्थ क्यों पढना चाहिए?<br />ग्रंथ किस तरह सहायक हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रंथों की क्या उपयोगिता है?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ सत्य को स्थापित करने में कैसे मददगार होते हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ किन्हें पढ़ना चाहिए और किन्हें नहीं?<br />क्या आध्यात्मिक ग्रन्थ सबके पढ़ने लायक हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ कैसे उपयोगी हैं?<br />ग्रंथों का अध्ययन कितना करें?<br />ग्रन्थों को हमें किस दृष्टि से पढ़ना चाहिए?<br />सत्संग में नींद क्यों आती है?<br />सत्संग में नींद आने का क्या संकेत है?<br />बोध के मार्ग में नींद बाधा क्यों है?<br />गुरु के सामने क्यों सो जाते है?<br />संतों और ग्रंथों के पास नींद क्यों आती है?<br />नींद मन की चाल भी हो सकती है क्या?<br />श्लोक पढ़ने का मन क्यों नहीं करता है?<br />ग्रंथ पढ़ने का विरोध क्यों करता है मन?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते