वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग, २७ अद्वैत बोध शिविर<br />२६ दिसंबर २०१६<br />शिवपुरी, उत्तराखंड<br /><br />प्रसंग:<br />ग्रंथ पढ़ने का विरोध क्यों करता है मन?<br />क्या ग्रंथों का अध्यन ज़रूरी है?<br />ग्रन्थ क्यों पढना चाहिए?<br />ग्रंथ किस तरह सहायक हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रंथों की क्या उपयोगिता है?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ सत्य को स्थापित करने में कैसे मददगार होते हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ किन्हें पढ़ना चाहिए और किन्हें नहीं?<br />क्या आध्यात्मिक ग्रन्थ सबके पढ़ने लायक हैं?<br />आध्यात्मिक ग्रन्थ कैसे उपयोगी हैं?<br />हम बोधग्रंथ क्यों पढ़ते हैं?<br />क्या बोधग्रन्थ पढ़ना आवश्यक है?<br />बोधग्रंथों के पास किनको जाना चाहिए?<br />ग्रंथों का अध्ययन कितना करें?<br />ग्रन्थों को हमें किस दृष्टि से पढ़ना चाहिए?<br />मन ग्रंथों से विमुख क्यों हो जाता है?<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते