<p>इन दिनों सोशल मीडिया पर भड़काऊ और उकसाने वाली खबरों का वायरल होना आम है। कई बार पाठक इस तरह का कंटेंट समझ नहीं पाते और इसे शेयर कर देते हैं, जिससे कई बार स्थितियां बिगड़ भी जाती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए भोपाल स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आईसर) के वैज्ञानिकों और शिक्षकों की टीम ने एक ऐप तैयार किया है।</p> <br /> <br /><p>इस ऐप की मदद से मिनटों में यह पता किया जा सकता है कि कोई कंटेंट भड़काऊ या उकसाने वाला तो नहीं है। ऐप के साथ ही इसकी वेबसाइट भी लॉन्च की गई है। जिसके जरिए कंटेंट की विश्वसनीयता परखी जा सकती है। ऐप को तैयार करने वाली टीम के लीडर प्रोफेसर डॉ. कुशल शाह ने दैनिक भास्कर मोबाइल से खास बातचीत करते हुए बताया कि आखिर ये कैसे काम करता है। देखिए वीडियो। </p>