सम्पूर्ण जीव जगत दो अवस्थाओं से गुजरता है। वह जन्म लेता है यह पहली अवस्था है। एक दिन वह मृत्यु को प्राप्त हो जाता है यह दूसरी अवस्था है। जन्म हमारे प्रत्यक्ष है और मृत्यु भी हमारे प्रत्यक्ष है। जन्म भी एक घटना है और मृत्यु भी एक घटना है। ये दोनों घटनायें प्रत्यक्ष हैं। जब से यह मानव सभ्यता है तबसे मनुष्य यह जानने के प्रयत्न करता रहा है कि जन्म से पूर्व और मृत्यु के पश्चात् क्या होता है ? यह पूर्व और पश्चात् की जिज्ञासा के ज्ञान का अनुभवयुक्त समाधान शाश्वत जीवत्मा की यात्रा के ज्ञान प्राप्ति से ही संभब है।<br /><br />इस पृथ्वी पर मृत्यु एक भ्रम है अथवा मृत्यु ही सबका भविष्य है ? इस तथ्य को समझने के लिए इस वीडियो को अंत तक जरूर सुने।<br /><br />#theechoofsprituallife<br /><br />धन्यवाद।