<p>लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को 28वें सेना प्रमुख का कार्यभार संभाल लिया। 3 साल सेना प्रमुख रहे जनरल बिपिन रावत ने उन्हें चार्ज देने से पहले कहा कि आर्मी चीफ का काम कठिन होता है। उम्मीद है कि नरवणे यह जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगे। इससे पहले जनरल रावत ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्हें देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया है। वे बुधवार (1 जनवरी) को चार्ज लेंगे।</p> <br /> <br /><p>जनरल रावत ने बतौर सेना प्रमुख आखिरी बार परेड की सलामी ली, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने कहा कि कुछ काम अधूरे रह जाते हैं, नई जिम्मेदारी लेने के बाद योजनाएं बनाऊंगा। नॉर्दर्न, ईस्टर्न, वेस्टर्न और बर्फीले इलाकों में मोर्चे पर तैनात जवानों को शुभकामनाएं देता हूं। जो जान की परवाह किए बिना देश की सेवा में लगे हैं। वे अपने परिवार को छोड़कर सीमा पर तैनात रहते हैं। मुझे विश्वास है कि नरवणे अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाएंगे। आज खास मौका है। पिछले तीन सालों में मुझे सहयोग देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। उनके कारण ही सफलतापूर्वक कार्यकाल पूरा कर पाया।</p>