रात अंधेरी कैसेट की शानदार रागनी<br /> राजकिशन अगवानपुरिया जी की आवाज में, <br /><br />ज्ञान बहोत सा रूप गजब का अक्लबंद भतेरी,<br /> दर्शन होगे उपवन मे हुई आनंद आत्मा मेरी, <br /><br />rajkishan agwanpuria and party<br /><br />------------------------------------------------------------------<br /><br />गायक - राजकिशन अगवानपुरिया साथी ,<br />लेखक - पं. लख्मीचंद,<br />किस्सा - ब्रह्मज्ञान<br /><br />--------------------------------------------------------------<br /><br />NAIN Studios poduction<br /><br />#NainStudios<br />#rajkishan<br />#lakhmichand