गैंगरेप और निर्मम हत्या के 7 साल बाद आखिरकार शुक्रवार सुबह निर्भया को इंसाफ मिल ही गया। <br />उसके चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, पवन और विनय का आज सुबह साढ़े 5 बजे फांसी दे दी गई। <br />तिहाड़ जेल में ठीक साढ़े 5 बजे लिवर खींच कर दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया। <br />दीनदयाल अस्पताल में होगा शवों का पोस्टमार्टम। <br />निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि देर से ही सही निर्भया को इंसाफ मिला। <br />आशादेवी ने कहा कि बेटी को बचा नहीं पाई लेकिन इंसाफ दिलाया। देश की बेटियों के लिए संघर्ष किया। परिवार खुशी या उत्सव नहीं मनाएगा। <br />गौरतलब है कि दिल्ली में 23 साल की छात्रा के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात को एक चलती बस में बर्बरता के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। <br />