कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा करने के बाद हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर मुंबई के बांद्रा इलाके में सड़क जमा हो गए। मजदूरों ने मांग की है कि उन्हें उनके मूल स्थानों को जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की जाए।<br />#Coronavirus #Mumbai #PoliceLathicharged<br />वह सभी प्रवासी मजदूर दिहाड़ी मजदूर हैं और कोरोना वायरस यानी कोविड 16 के प्रसार को रोकने के लिए पिछले महीने लॉकडाउन लागू होने के बाद से दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इसके कारण उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।<br />#COVID19 #lockdown2 #Bandra<br />लॉकडाउन में जैसे ही लोगों के इकटठा होने की जानकारी पुलिस को मिली। मुंबई पुलिस के हाथपांव फूल गए। पहले तो अधिकारियों ने मौके पर जाकर मजदूरों को समझाया लेकिन बात बनती नहीं दिखाई दी। इस दौरान भीड़ में कुछ लोग हिंसक हो गए और फिर पुलिस को अंत में लाठीचार्ज करके ही लोगों को तितर बितर करना पड़ा। <br />#Bandra #Mumbai #Lockdown <br />इस घटना पर मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी डीसीपी प्रणय अशोक ने कहा कि शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे और अपने घरों को वापस जाना चाहते थे। उन्होंने प्रशासन के आगे अपनी मांग रखी।<br />#UddhavResign #MahaViolation #Bandrarailwaystation<br />स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर उनसे बात की और समझाने की कोशिश की। इसी दौरान भीड़ का एक हिस्सा हिंसक हो गया इसलिए उन्हें नियंत्रित करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर किया गया। पुलिस तैनात कर दी गई है। फिलहाल स्थिति बेहतर और सामान्य है।