उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पिता के अंतिम संस्कार में नहीं जाएंगे। इसका एलान खुद उन्होंने किया है। उनका कहना है कि वे लॉकडाउन का पालन करेंगे और पिता की अंतेष्टि में शामिल नहीं होंगे। कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन का पालन वे खुद भी करेंगे और लोगों से भी उन्होंने लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है। उनकी अपील है कि उनके पिता के अंतिम संस्कार में महामारी के समय लागू प्रोटोकॉल के तहत कम से कम लोग ही शामिल हों। नियमों में जितनी छूट अन्य लोगों के अंतिम संस्कार में है, उतनी ही छूट के साथ उनके पिता का अंतिम संस्कार होगा। आपकों बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनन्द सिंह बिष्ट लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। <br /><br />इस वजह से दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। यहां आज सुबह 10.45 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। 89 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पत्र के जरिए बयान जारी किया है और कहा कि वह कोरोनावायरस महामारी के चलते मंगलवार को अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि अंतिम क्षणों में पिता के दर्शन उनके पास रहकर नहीं कर पाउंगा। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण उत्तरप्रदेश की 23 करोड़ जनता अपने घरों में बंद है और लॉकडाउन का पालन कर रही है। उनके प्रति मेरा भी कर्तव्य बनता है कि मैं लॉकडाउन का पालन जनता की तहर ही करूं। लॉकडाउन की सफलता के लिए मुझे भी कठोर निर्णय लेना होगा। मैं कोरोना वायरस से बचने की रणनीति पर कायम हूं और पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने जा रहा हूं। आप सभी से भी अपील है कि अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए घरों से बाहर ना निकलें। <br />सीएम आदित्यनाथ के पिता का अंतिम संस्कार उत्तराखंड के यमकेश्वर में होगा। यमकेश्ववर में उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए वहां दो हेलीपैड बनाए गए हैं। सीएम योगी के पिता के पार्थिव शरीर को दिल् ी से सड़क के रास्ते यमकेश्वर ले जाया जा रहा है।