<p>हरदोई में टिकारी,कछौना के गम्भीर प्रकरण पर आखिर सबकुछ जानने के बाद भी क्यों मौन है जिम्मेदार आला अधिकारी? पीड़िता ने बताया उसके परिवार पर कोविड-19 होने के चलते भी सितम इतने,आप गिन भी न पाए जितने। कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हमारे परिवार के लिए कुछ साजिशकर्ता। पीड़िता ने बताया पहले कछौना पुलिस ने झूठी बरामदगी दिखाकर भाई को भेजा जेल,पिता को घोषित किया फरार। अब मानसिक तौर पर प्रताडित करने को लेखपाल राहुल शुक्ला ने पीड़ित परिवार की दुकानों पर चस्पा की दुकाने गिरा देने की नोटिस। वही कुछ लोग पीड़िता के पिता को बदनाम करने का रच रहे कुचक्र,करीब दो वर्ष पूर्व की रिस्तेदार की बन्दूक के साथ फेसबुक पर पड़ी फोटो को अवैध बन्दूक बता कर रहे वायरल। इस प्रकरण में हर निष्पक्ष व्यक्ति को सोचने पर मजबूर और गहरी साजिश की ओर इशारा करेंगे यह कुछ मुख्य बिंदु- थाना कछौना में कुछ माह पूर्व दर्ज मुकदमा 317/19 के मुख्य आरोपी जो इस प्रकरण से भी जुड़ा है को मिलीभगत कर क्यों निकाल दिया गया? इस मुकदमे में दिखाई गयी बरामदगी को पीड़िता द्वारा झूठा बताया गया जिसके प्रमाण के लिए बरामदगी स्थल पर लगे कैमरों की फुटेज के मुख्य अंश पीड़िता द्वारा उच्चाधिकारियो को भेजे जाने के बावजूद क्यों नही हुयी अभी तक कोई कार्यवाही? उससे भी बड़ी बात क्यों की गयी कछौना कोतवाल राय सिंह यादव द्वारा लखनऊ रोड पर अतुल पेट्रोल पंप के निकट स्थित रियल न्यूज़ कार्यालय आकर इस मामले में पीड़िता को समझाबुझाकर अधिकारियो के समक्ष उसके बयान बदलवा देने के बदले रिश्वत की पेशकश हमारे द्वारा मना करने पर हमें इन भृष्ट कोतवाल साहब द्वारा क्यों दी गयी एनकाउंटर में जान से मार देने की धमकी?</p>