कहते हैं जैसा आप बोएंगे, वैसा ही आप काटेंगे.... जिन्दगी की परिभाषा भी कुछ ऐसी ही है ... आपने कुछ गलत किया तो उसकी सजा आपको भुगतनी पड़ेगी, पर कुछ अच्छा किया तो उसकी खुशबू कई और जिन्दगियों को महकाने का काम करेगी... उदयपुर की सेन्ट्रल जेल में बंद कुछ कैदियों ने ऐसी ही सुगंध को फैलाने का संकल्प साधा है... उन्होंने अपने अंदर छिपी प्रतिभा को आवाज लगाई और सुर-ताल को हमसफर बना लिया....जल्द उनकी कला को पूरी दुनिया देखेगी... जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर,एम. स्क्वायर प्रोडक्शन एण्ड इवेन्ट्स और आर्या फिल्म्स ने न्यायाधीश रिद्धिमा शर्मा के मागदर्शन में कैदियों की ओर से तैयार गीतों का वीडियो एलबम तैयार किया है... इसमें उन्होंने साबित करने का प्रयास किया है कि लोहे की सलाखों के पीछे भी सकारात्मक सोच से अच्छी सोच को सींचा जा सकता है... <br /> <br />#patrikaCoronaTRUTHs #patrikaCoronaLATEST #CoronaVirus