राजसमंद. लॉकडाउन के बाद अपने घरों को लौटे कुशल प्रवासी मजदूर व श्रमिक इन दिनों स्थानीय स्तर पर काम को तलाश रहे हैं। दो माह खाली बैठने के बाद अब उन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी है। इनमें से अधिकतर वापस अपनी कर्मस्थली दूसरे राज्यों में लौटने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। ऐसे में निश्चित है वे स्थानीय स्तर पर भी गुंजाइश तलाश रहे हैं। कुटीर उद्योगों के अलावा भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें कुछ समय प्रशिक्षण लेकर उन्हें रोजगार का जरिया बनाया जा सकता है। पुष्टिमार्गीय चित्रकला भी एक उत्कृष्ट व सम्मानीय क्षेत्र है जो सीधे श्रीनाथजी व द्वारकाधीश मंदिर से संबद्ध है।