सीबीएसई: नई मूल्यांकन पद्धति ने बदली स्थिति<br />पहली बार एक पेपर के रिवैल्यूएशन का असर स्टूडेंट्स के दो विषयों पर पड़ेगा<br />बोर्ड ने स्टूडेंट्स और शिक्षकों के लिए जारी किया निर्देश<br />फायदा के साथ हो सकता है नुकसान भी<br /><br />सीबीएसई की नई मूल्यांकन पद्धति से पहली बार होगा कि छात्रों के रिवैल्यूएशन का असर संबंधित विषय के साथ बाकी विषयों पर होगा। यानी छात्र.छात्रा ने जिस विषय में रिवेल के लिए आवेदन दिया है, उसमें तो अंक बढ़ेगे ही। साथ में उन विषयों के अंक में भी बढ़ोतरी होगी, जिसका असेसमेंट किया गया था। रिवेल के क्रम में छात्रों का नंबर बढऩे पर फायदा होगा। लेकिन, अगर नंबर घटता है तो दोहरा नुकसान भी होगा। इसको लेकर सीबीएसई ने स्पष्ट दिशा.निर्देश जारी कर दिए हैं।<br />सीबीएसई की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक जिन बेस्ट थ्री सब्जेक्ट के अंक के आधार पर असेसमेंट किया गया है, उसमें से किसी भी विषय में अंक घटते या बढ़ते हैं तो एवरेज अंक में परिवर्तन होगा। ऐसा पहली बार हो रहा है कि नंबर बढऩे पर फायदा और घटने पर छात्र को नुकसान होगा। इसका असर 10वीं की तुलना में 12वीं में होगा।<br />