Movie/Album: पूरब और पश्चिम (1970)<br />Music By: कल्याणजी-आनंदजी<br />Lyrics By: इन्दीवर<br />Performed By: महेंद्र कपूर<br /><br />जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने<br />भारत ने मेरे भारत ने <br />दुनिया को तब गिनती आयी <br />तारों की भाषा भारत ने <br />दुनिया को पहले सिखलायी <br /><br />देता ना दशमलव भारत तो <br />यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था<br />धरती और चाँद की दूरी का<br /><br />अंदाज़ा लगाना मुश्किल था<br /><br /><br />सभ्यता जहाँ पहले आयी<br />पहले जनमी है जहाँ पे कला <br />अपना भारत वो भारत है <br />जिसके पीछे संसार चला<br />संसार चला और आगे बढ़ा<br />यूँ आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया <br />भगवान करे ये और बढ़े <br />बढ़ता ही रहे और फूले-फले <br /><br />है प्रीत जहाँ की रीत सदा<br />मैं गीत वहाँ के गाता हूँ<br />भारत का रहने वाला हूँ <br />भारत की बात सुनाता हूँ <br /><br />काले-गोरे का भेद नहीं <br />हर दिल से हमारा नाता है <br />कुछ और न आता हो हमको <br />हमें प्यार निभाना आता है <br />जिसे मान चुकी सारी दुनिया <br />मैं बात वो ही दोहराता हूँ <br />भारत का रहने...<br /><br />जीते हो किसी ने देश तो क्या<br />हमने तो दिलों को जीता है <br />जहाँ राम अभी तक है नर में <br />नारी में अभी तक सीता है <br />इतने पावन हैं लोग जहाँ <br />मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ <br />भारत का रहने...<br /><br />इतनी ममता नदियों को भी <br />जहाँ माता कह के बुलाते है <br />इतना आदर इन्सान तो क्या<br />पत्थर भी पूजे जातें है <br />इस धरती पे मैंने जनम लिया <br />ये सोच के मैं इतराता हूँ <br />भारत का रहने...
