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26 साल से बना था फर्जी टीचर

2020-09-04 10 Dailymotion

एक-दो नहीं बल्कि पूरे 26 साल तक दूसरे के नाम पर नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दुबौलिया ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अशोकपुर में पिछले एक दशक से प्रधानाध्यापक पद पर तैनात भोला सिंह के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ बीएसए अरुण कुमार की जांच में हुआ। इसके आधार पर 17 जुलाई 2020 को उन्होंने उसे बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश बीईओ को दिया था। साथ ही नियमानुसार आहरित वेतन की रिकवरी को कहा था।<br />नगर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी प्रधानाध्यापक की असलियत की पोल तब खुली, जब उसी गांव के एक व्यक्ति ने बीएसए को शिकायत्री पत्र भेजकर अभिलेखीय जांच कराने की मांग की। टीम गठित कर प्रकरण की जांच हुई। इसमें पता चला कि नगर थाना क्षेत्र के रामपुर पोस्ट माधोपुर निवासी रामनिहोर ने ही भोला सिंह के नाम से 30 नवम्बर 1994 में नियुक्त प्राप्त की थी और पहली तैनाती पररामपुर ब्लॉक क्षेत्र के सुकरौली प्राथमिक विद्यालय में मिली।<br />2010 में प्रमोशन होने के बाद दुबौलिया ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अशोकपुर में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत गया था। नौकरी करते करीब 26 साल गुजारने के बाद हुई शिकायत में फर्जी तरीके से नियुक्ति का भंडाफोड़ हो गया। दूसरे के शैक्षिक अभिलेख लगाकर नौकरी हथियाने के आरोपी शिक्षक के खिलाफ बीईओ दुबौलिया रामबहादुर वर्मा ने दुबौलिया थाने में तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी प्रधानाध्यापक के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

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