पुलिस में नौकरी लगाने का झांसा देकर लूट के लिए की थी जोधपुर व्यापारी की हत्या<br />- सरगना ने वारदात से छह दिन पहले खरीदी लग्जरी कार<br />- हत्या के बाद हैदराबाद भागे सरगना सहित चार पकड़े, एक नाबालिग भी शामिल<br />- पुलिस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए मंगवाए थे और फिर हत्या कर लूट लिया था<br /><br />जयपुर/जोधपुर.<br />जयपुर में जोधपुर के व्यापारी आनंद प्रकाश अरोड़ा की लूट के लिए मुंह और नाक दबाकर हत्या की गई थी। जयपुर की मुहाना थाना पुलिस ने मामले का खुलासा कर हैदराबाद से मुख्य सरगना व एक नाबालिग और फिर उनकी निशानदेही से नागौर व सोजत से दो अन्य आरोपियों को पकड़ा।<br /><br />डीसीपी मनोज कुमार ने बताया कि नागौर जिले में डेगाना थानान्तर्गत नीमड़ी कला निवासी सरगना निम्बाराम पुत्र पांचाराम, पादूकलां थानान्तर्गत गोठड़ा गांव निवासी प्रहलाद पुत्र लादूराम व रामदेव पुत्र भंवरूराम को गिरफ्तार व बाल अपचारी को निरुद्ध किया। आरोपी निम्बाराम पूरे मामले का सरगना है।<br />व्यापारी आनंद प्रकाश की आरोपियों से शुरुआत की मुलाकात के संबंध में पूछताछ की जा रही है। उनके बीच दिसम्बर 2019 से वाट्सऐप पर चैटिंग व कॉलिंग चल रही थी। आरोपियों ने मृतक आनंद को युवाओं की पुलिस में नौकरी लगाने का झांसा दिया था। मृतक के सम्पर्क वाले युवक-युवतियों से दो-दो लाख रुपए में नौकरी लगवाने का झांसा दिया गया। नौकरी के इच्छुक बेरोजगारों को 7 सितम्बर को करौली में बुलाया था।<br /><br />जबकि आनंद प्रकाश को 4 सितम्बर को जयपुर बुला लिया था। सरगना निम्बाराम ने वारदात से छह दिन पूर्व ही लग्जरी कार खरीदी थी। वह गैंग के सदस्यों के साथ 3 सितम्बर की रात जयपुर आकर एक ढाबे पर ठहरा था। चार सितम्बर को रैकी की थी और शव फेंकने वाले स्थान चिह्नित किए। 4 सितम्बर की देर शाम आनंद प्रकाश को अजमेर रोड पर बुलाया था। आनंद प्रकाश के चालक को दो दिन मोबाइल बंद होने का हवाला दिया था और 7 सितम्बर को करौली में मिलने का कहकर व्यापारी को साथ ले गए थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आनंद प्रकाश के गाड़ी में बैठने तक अंधेरा हो गया था। चलती गाड़ी में मुंह व नाक दबाकर उसकी हत्या कर दी थी।<br />हत्या के बाद पहने हुए जेवर भी लूटे<br /><br />आरोपियों ने बताया कि आनंद प्रकाश से मिली रकम, एलईडी, बैग और कानों में पहनी हुई मुर्की, हाथ घड़ी व अन्य सामान निकालने के बाद शव को मुहाना थाना क्षेत्र में फेंक गए।<br />तीन घंटे में एक साथ पकड़ा<br /><br />एडीसीपी अवनीश शर्मा ने बताया कि वारदात के बाद तकनीकी और अन्य तरीके से पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में जुटी थी। मुख्य आरोपी निम्बाराम की संदिग्ध भूमिका सामने आई। उसके हैदराबाद में होने का पता चला था। हैदराबाद पुलिस के सहयोग से निंबाराम को नाबालिग के साथ पकड़ा। पूछताछ में आरोपी ने हत्या में प्रहलाद व रामदेव के शामिल होने की जानकारी दी थी। तब तीन घंटे के अंदर एक टीम ने गोठड़ा से प्रहलाद और दूसरी टीम ने सोजत में पिकअप से घर लौट रहे रामदेव को पकड़ा। आरोपियों से पूछताछ जारी है।