एफएमडी अभियान बना अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए आफत<br />अधिकारी गायब, कर्मचारी कर रहे काम<br />हो रही नियमों की अवहेलना<br />पशु पालन मंत्री से की समस्याओं के समाधान की मांग<br />पशुपालकों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने और उनके पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए पशु पालन विभाग ने एफएमडी अभियान तो शुरू कर दिया लेकिन यह अभियान अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए आफत बन कर रह गया है। आपको यह भी बता दें कि पशुपालन विभाग ने पशुचिकित्सा अधिकारी,वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ टीम बनाकर टीकाकरण और टैगिंग का कार्य करने के निर्देश दिए हैं लेकिन अधिकारी अभियान में शामिल नहीं हो रहे। एेसे में केवल पशुधन सहायक और पशुचिकित्सा सहायक को टीकाकरण करना पड़ रहा है जबकि आईवीसी एक्ट 1984;30 बी के तहत पशुधन सहायक और पशुचिकित्सा वेटरनरी प्रेक्टिशनर की उपस्थिति में ही कार्य कर सकता है जिसकी भी अवहेलना की जा रही है। इतना ही नहीं कार्मिकों को कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।
