<br />20 november से आमरण अनशन पर किसान<br />किसान महापंचायत ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र<br />सिंचित क्षेत्र में 5.86 टीएमसी पानी छोडऩे की मांग<br /><br /> प्रदेश में गुर्जर आरक्षण आंदोलन भले ही शांत हो गया हो लेकिन अब किसान आंदोलन की चिंगारी टोंक में जलती हुई नजर आ रही है। दो दिन बाद यानी 20 november को शहर के घंटाघर सर्किल पर किसान आमरण अनशन पर बैठने वाले हैं। इन किसानों की मांग है पानी। वहीं किसानों की मांग को लेकर किसान महापंचायत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सिंचित क्षेत्र में 5.86 टीएमसी पानी छोड़े जाने की मांग की है। गौरतलब है कि कम बारिश के कारण टोंक जिले के किसान लगातार बीसलपुर बांध से नहरों में पानी छोडऩे की मांग कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। किसानों का कहना है कि बार बार मांग करने के बाद भी सरकार किसान हित में कोई निर्णय नहीं ले रही ऐसे में अब वह 20 november से जिला मुख्यालय के घंटाघर सर्किल पर आमरण अनशन पर बैठ कर विरोध जताएंगे। किसान महापंचायत के प्रदेश मंत्री रतन खोखर ने इस लेकर आसपास के क्षेत्र में किसानों को पीले चावल भी बांटे हैं।