पहले थी स्वागत की तैयारी<br />अब विरोध की रणनीति में जुटे शिक्षक<br />प्रिंसिपल पद पदोन्नति में अनुपात परिवर्तन का है मामला<br /> कैबिनेट से किया गया डेफर<br />ऐसे में अब रेसला संगठन ने दी चेतावनी<br />सात दिन में नहीं बदला गया अनुपात<br />तो 52 हजार स्कूल व्याख्याता करेंगे आमरण अनशन<br /><br />कुछ दिनों पहले तक मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के स्वागत की तैयारी में जुटा शिक्षक संघ रेसला अब उनके विरोध में आ गया है। कारण है पिं्रसिपल पद पदोन्नति में स्कूल व्याख्याताओं के अनुपात को बढ़ाए जाने का मामला। दरअसल रेसला ने इस अनुपात को बढ़ाए जाने की मांग की थी। जिस पर उच्च स्तर पर पत्राचार हुआ और संगठन को सकारात्मक निर्णय किए जाने का आश्वासन भी मिला लेकिन पिछले दिनों हुई कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे को डेफर कर दिया गया। जिससे संगठन में विरोध के सुर तेज हो गए हैं।