अपने ही भाई की वजह से पीड़ित परिवार सहित गांव छोड़ने को मजबूर<br />#Bhai ki wajah se #Bhai gaav chorne ko majboor <br />ललितपुर बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब एक ही परिवार के दो सगे भाइयों के बीच जमीनी विवाद उत्पन्न हो गया । जिसके चलते एक दबंग प्रवृत्ति के भाई ने पुलिस के साथ मिलकर जब अपने ही सगे भाई और उसके परिवार का मकान गिरा दिया और लाठी डंडों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी देकर उन्हें गांव से बाहर निकाल दिया। तब वह पूरा पीड़ित परिवार गांव छोड़कर जिला मुख्यालय पर आकर अनशन पर बैठ गया । लेकिन जब वह पीड़ित परिवार कई घंटों बैठा रहा लेकिन उसकी व्यथा सुनने वाला कोई नहीं आआया तो पीड़ित परिवार ने शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली पर ही प्रश्नचिन्ह लगा दिया।