नाशिक : सप्तश्रृंगगड (वणी)<br /><br />रोगानशेषानपहंसि तुष्टा<br />रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् |<br />त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां <br />त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति||<br /><br />(संदर्भ :- दुर्गासप्तशती, ११ अध्याय, श्लोक क्र २९)<br /><br />(व्हिडीओ : योगेश सोनवणे,स.गड)<br /><br />#sakal #sakalnews #nashik #vani #shaptshrungi #god #pray #devotee #shrddha #aastha