#कुदरत तेरा रूठना भी जरूरी था,<br />#इंसान का भ्रम टूटना भी जरूरी था,<br />पत्थर की मूरत को #खुदा समझ बैठा था इंसा , <br />उसका यह भ्रम टूटना भी तो जरूरी था।