अपनी एक चुनावी रैली मे प्रधानमंत्री ने ये कह दिया के नोटबन्दी की असल चोट कांग्रेस को लगी है और एक साल मे तो अपने बेटे को खोने वाले पिता का दर्द भी खत्म हो जाता है। अभिसार शर्मा का मानना है के ये बयान कई मायनों मे संवेदनहीन है। क्योंकि खुद उनके कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है के नोटबन्दी के चलते किसानों की कमर टूट गयी थी। क्या देश के प्रधानमंत्री को ऐसे बयान देना चाहिये था? Click here to support The Wire: https://thewire.in/support
