अखिलेश यादव ने मांगा योगी सरकार से हिसाब <br />ब्लैक फंगस के फ्री इलाज की भी उठाई मांग <br />अखिलेश यादव ने मांग बिलों के भुगतान का ब्यौरा <br />अखिलेश यादव के सवालों से बीजेपी दिखी खफा <br />अखिलेश यादव पर बेवजह राजनीति का आरोप लगाया <br />अखिलेश यादव लगातार सरकार पर हो रहे हमलावर <br />एक के बाद एक मुद्दे पर सरकार की उधेड़ रहे बखिया <br /><br />यूपी की योगी सरकार भी गजब काम करती है…पहले सरकार लोगों की सहूलियत का दावा करती है और जब सरकार से विपक्ष सहूलियत के दावे पर सवाल करता है तो सरकार जवाब देने की जगह बेवजह राजनीति करने का आरोप लगाती है…अब कोरोना काल में जिस तरह से प्राइवेट अस्पतालों का बिल सरकार ने देने का वादा किया था…उसी को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल दागा है और सरकार से दागे गए सवाल पर जवाब तो नहीं मिला उल्टा आरोप लगाने का काम तेज हो गया…हालात ये हैं कि अब सपा और बीजेपी में जुबानी जंग देखने को मिल रही है…लेकिन जो वाजिब सवाल किया गया था उसका जवाब मिलता नहीं दिख रहा है…दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार से कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए अब तक हुए सारे खर्च का हिसाब मांगने के साथ ही सभी वर्गों को ब्लैक फंगस का भी मुफ्त इलाज देने की मांग की है…और पूर्व सीएम की यही मांग सरकार को नागवार गुजरी है जिसको लेकर अखिलेश यादव पर बेवजह राजनीति की तोहमत जड़ी जा रही है…समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार से कोरोना वायरस संक्रमण पर खर्च का हिसाब लेने के साथ ही सभी खरीद का बिल भी देने की मांग की है…उन्होंने प्रदेश सरकार से सभी आंकड़े मांगे हैं…अखिलेश यादव ने सरकार से पूछा है कि आप ने तो जनता को कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी कराने को कहा था, सरकार ने जनता के कितने बिलों का भुगतान किया है…विपक्ष और प्रदेश की आम जनता ये जानना भी चाहती है…बीजेपी सरकार जनता के बिल के भुगतान के सभी आंकड़े सामने रखे…अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि भाजपा सरकार ने जोर शोर से प्रचारित किया था कि जनता के कोरोना वायरस संक्रमण के प्राइवेट अस्पताल में सारे इलाज का खर्चा दिया जाएगा…अब तो सरकार बताए कि जनता के इलाज के कितने बिलों का भुगतान किया गया है…उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने वाले लोग अब ब्लैक फंगस की चपेट में हैं…सरकार अब इन सभी के भी मुफ्त इलाज की घोषणा करे…इससे पहले अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व की आंतरिक खींचतान का असर राज्य के कामकाज पर भी पड़ रहा है…जनहित के फैसलों में देर की वजह से विकास योजनाएं ठप पड़ी हैं…सरकारी मशीनरी कुंठित और निष्क्रिय भूमिका में है…इलाज और दवा की मारामारी से चारों तरफ हाहाकार मचा है…अखिलेश ने कहा कि बिगड़ते हालातों में चार साल बाद भाजपा और सरकार में तालमेल बिठाने के लिए संगठन नेतृत्व को बैठक करनी पड़ रही है…सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कोरोना वैक्सीन के अभाव में कई टीकाकरण केंद्र बंद हो चुके हैं…अब तो वैक्सीन की दर प्रदेश में दो प्रतिशत से कम है…98 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज नहीं लग सकी है…बिना दोनों डोज सुरक्षा कैसे होगी…एक ही वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता न हो पाने से अब मिश्रण लगाने की चर्चा है…सपा अध्यक्ष ने कहा कि इससे ये पता चलता है कि सरकार बिना किसी योजना के केवल हवाई फैसले लेकर अपनी जगहंसाई कराती है…अखिलेश यादव ने कहा कि बिना रोडमैप के सरकार मनमानी से काम कर रही है और जनता सरकार के फैसलों से परेशान हो रही है…वो