#Murthal की आरके कॉलोनी में प्रवेश करने वाले रास्ते को बांस से घेर दिया गया है ताकि बाहर से आने वाले लोगों को रोका जा सके. उसके बगल में दो बुजुर्ग लाठी लेकर बैठे हुए. इनके पास एक बड़े बोतल में सेनेटाइजर रखा है. बुजुर्ग गली के अंदर आने वाले लोगों के हाथों पर सेनेटाइजर लगाने के बाद उनसे पूछताछ करते हैं, फिर अंदर जाने देते हैं. इस तरह के इंतजाम हरियाणा के ज्यादातर गावों में किए गए है. गांव की पहरेदारी के लिए बकायदा लोगों की ड्यूटी निर्धारित की गई है.<br /> <br />मुरथल बीते बीस-तीस सालों में अपने छोटे-बड़े ढाबों के हब के रूप में विकसित हुआ है. दिल्ली से निकलने और पानीपत पहुंचने से पहले मुरथल मध्यवर्गीय परिवारों और ट्रक चालकों का पंसदीदा पिकनिक स्थल है. यहां सैकड़ों की संख्या में छोटे-बढ़े ढाबे हैं. रोजाना हज़ारों लोग अपने परिजनों, दोस्तों के साथ खाने आया करते थे. मुरथल आम दिनो में बेहद गुलजार रहता था लेकिन #Lockdown की वजह से यहां भी सन्नाटा पसर गया है, सभी #Dhaba बंद हैं. ढाबा मालिकों को रोजाना लाखों का नुकसान हो रहा है. इन ढाबों पर लोगों को खिलाने वाले मजदूर भी भूखे, बदहाल और परेशान हैं. वे जल्द से जल्द अपने घरों को लौटना चाहते हैं.<br /><br />Support independent media and subscribe to Newslaundry: http://bit.ly/paytokeepnewsfree<br /><br />To watch this and many more videos, click on http://www.newslaundry.com/<br /><br />Follow and engage with us on social media:<br />Facebook: https://facebook.com/newslaundry<br />Twitter: https://twitter.com/newslaundry<br />Instagram: https://instagram.com/newslaundry