File vedio मावजी महाराज के अवतरण से पहले ही शुरू हो चुका था बेणेश्वर टापू पर मेला <br />- अकबर के समकालिक माने जाने वाले रावल आसकरण के समय से शुरू हुई थी मेले की परंपरा <br />- रावल शिवसिंह और उदयसिंह द्वितीय के समय परवान पर रही मेले की रौनक <br />- माघ पूर्णिमा विशेष