मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में कर्मचारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार चरम पर है जहां एक जिंदा व्यक्ति को भी फाइलों में मृत घोषित कर दिया गया है मामला शाजापुर जिले के अलीसरखेड़ा गांव का है जहां बुजुर्ग इब्राहिम अपनी वृद्ध पेंशन लेने बैंक पहुंचा तो अपने आपको लिस्ट में मृत घोषित पाता है सवाल ये उठता है कि शिवराज सरकार के कर्मचारी ऐसे कौन से नशे में अपना काम करते हैं जो एक जिंदा व्यक्ति को भी मृत घोषित कर बैठे
