वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को रखा जाता है मान्यता है कि यमराज ने काले चने के रूप में सावित्री को सत्यवान की आत्मा को लौटा दिया और कहा कि इसे अपने मुंह से सत्यवान के मुंह में फूंक देना। इससे सत्यवान जीवित हो जाएगा। उस समय से ही वट सावित्री पूजा में काले चने का प्रयोग किया जाता है <br /><br />#वटसावित्री2022 <br />#वट_सावित्री_व्रत<br />#Vat_Savitri_VratSpecial <br /> #यमराज_सावित्री<br /><br />DVT-1347, DVT-2633<br /><br />वट सावित्री के इस विशेष भजन को सुनने से पति को दीघार्यु और सुहागन को अखण्ड सौभाग्य प्राप्त होता है<br /><br />YouTube :- https://www.youtube.com/watch?v=dgb6MJ5uoGs<br /><br />Facebook :- https://www.facebook.com/bhaktidarshanofficial <br />