'गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ'<br />इंदौर की झांकियों का 99वां साल <br />झाकियां देखने उमड़ा भक्तों का सैलाब<br />सबसे पहले 1924 में सेठ हुकमचंद ने निकाली थी झांकी<br />बच्चों ने तलवारबाजी कर दिखाए करतब <br />अनंत चतुर्दशी पर धूमधाम से दी गई बाप्पा को विदाई <br />